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सम्भोग के दौरान शीघ्रपतन से बचने के लिए महिला साथी को कैसे रिलैक्स करें

  • Menwellnessclinic
  • Apr 20, 2023
  • 8 min read

* स्त्री और पुरुष के बीच पारस्परिक रूप से होनेवाली सेक्स-प्रक्रिया के दौरान जब अपेक्षित समय से पूर्व ही पुरुष का वीर्य स्खलित हो जाता है और पुरुष चाहकर भी उसे रोक पाने में सर्वथा असमर्थ हो जाता है तो ऐसी स्थिति को ही शीघ्रपतन कहते हैं.


आजकल की इस भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में चूंकि व्यक्ति की दिनचर्या काफी अस्त-व्यस्त हो गई है जिसकी वजह से उसकी जिन्दगी काफी हद तक असंयमित और असंतुलित हो जाती है तथा इस कारण से उसकी जीवन-शैली भी बहुत ही अनियंत्रित हो जाती है जिसका अत्यन्त ही प्रतिकूल प्रभाव उसके यौन-स्वास्थ्य पर पड़ता है और वह अपने मन के अन्दर बहुत ही बुरी तरह टूटकर बिखर जाता है जिससे उसके दाम्पत्य-जीवन पर बहुत ही बुरा पड़ता है और इसका परिणाम यह होता है कि वह व्यक्ति अनावश्यक तनाव व व्यर्थ की चिन्ता से ग्रसित होकर कुंठित हो जाता है.


स्त्री और पुरुष के बीच में सेक्स की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है.


स्त्री और पुरूष के बीच मानसिक रूप से बेहतरीन तारतम्य स्थापित हो सके इसके लिए उन दोनों के बीच परस्पर सेक्स-सम्बन्ध कायम होने से उन्हें जिस तरह के अलौकिक आनन्द की प्राप्ति होती है उसका उनके जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है और इस आनन्द की प्राप्ति में पुरुष के पौरूषेय बल की भूमिका काफी हद तक निर्णायक होती है जिसमें अगर किसी भी प्रकार की कोई कमी उत्पन्न हो जाती है तो फिर स्त्री और पुरुष के बीच जो आपसी सम्बन्ध होता है वह काफी तल्ख हो जाता है.


ऐसी स्थिति से बचने के लिए व्यक्ति को अपनी जीवन-शैली में अनुकूल परिवर्तन कर उसे संयमित व संतुलित करने का भरपूर प्रयास करना चाहिए ताकि वह शीघ्रपतन की समस्या से मुक्त हो सके क्योंकि यह किसी भी व्यक्ति के जीवन की सबसे बुरी स्थिति होती है कि व्यक्ति जैसे ही सेक्स-सम्बन्ध कायम करने की प्रक्रिया में प्रवेश करता है तो एक अपेक्षित समय से पहले ही उसका वीर्यपात हो जाता है.


स्त्री-पुरूष के बीच सम्भोग की अवधि का कोई निश्चित मापदण्ड नहीं होता है.


यहां ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इस बात का कोई भी निश्चित मापदण्ड नहीं है कि सम्भोग की अवधि कितनी होनी चाहिए, यानी कितनी देर तक वीर्यपात नहीं होना चाहिए क्योंकि यह तो भिन्न-भिन्न व्यक्तियों में उसकी अपनी मानसिक एवं शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है परन्तु सम्भोग की प्रक्रिया में जब समय से पूर्व ही पुरुष के वीर्य का स्खलन हो जाता है तब उसे बहुत ही आत्मग्लानि के साथ ही हीन-भावना का भी अनुभव होने लगता है और वह अनावश्यक रूप से तनावग्रस्त हो जाता है, व्यर्थ ही चिन्तित रहने लगता है तथा इसके साथ ही उस पर नकारात्मक सोंच भी हावी हो जाती है जिसकी वजह से उसकी जिन्दगी बहुत ही उदासीन हो जाती है और उसका दाम्पत्य-जीवन भी अनावश्यक रूप से तनावग्रस्त हो जाता है.


शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति जब अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स-सम्बन्ध कायम करने की प्रक्रिया में शामिल होता है तो वह शीघ्र ही स्खलित हो जाता है जिसकी वजह से एक ओर तो वह स्वयं में शर्मिंदगी और अपराध-बोध का शिकार होकर घुटन भरी जिन्दगी जीने पर मजबूर हो जाता है तो वहीं दूसरी ओर उसकी महिला पार्टनर भी अपनी जिन्दगी से बेजार हो जाती है क्योंकि यौन-सुख के अभाव में उसकी जिन्दगी भी खुशहाल नहीं रह पाती है जिसका दुष्परिणाम यह होता है कि उसके आपसी रिश्ते तो तल्ख हो ही जाते हैं उसकी जिन्दगी भी अत्यन्त ही दुश्वार हो जाती है.


सम्भोग के दौरान पुरुष के शीघ्र ही स्खलित होने पर आपसी सम्बन्ध तल्ख हो जाता है.


आज के इस दौर में सम्पूर्ण विश्व की अधिकांश आबादी शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित है परन्तु झिझक और शर्मिंदगी की वजह से इस विषय पर कोई भी व्यक्ति बात तक करना पसन्द नहीं करता. यहां तक कि वह अपनी महिला पार्टनर के साथ भी इस बात को साझा करने में आत्म-ग्लानि का अनुभव करता है जो उसके दाम्पत्य जीवन के लिए किसी भी दृष्टि से अनुकूल नहीं होता तथा उसकी यह समस्या और भी जटिल होती चली जाती है जिसका दुष्परिणाम यह होता है कि उसका यौन-जीवन बहुत ही बुरी तरह प्रभावित हो जाता है तथा उसके आपसी रिश्तों पर भी इसका बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.


इसलिए व्यक्ति को चाहिए कि वह समय रहते ही इस गम्भीर समस्या से निजात पाने की दिशा में कोई सार्थक प्रयास करे ताकि वह इस समस्या से मुक्त होकर अपने पार्टनर के साथ अपने यौन-जीवन का भरपूर आनन्द प्राप्त कर सके.


शीघ्रपतन की समस्या से मुक्ति हेतु यौन-रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए.


आमतौर पर शीघ्रपतन की समस्या व्यक्ति के जीवन में अनावश्यक चिन्ता, तनाव और अवसाद के साथ ही उसके आपसी रिश्ते और अन्य मनोवैज्ञानिक कारणों की वजह से भी उत्पन्न होती है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को चाहिए कि वह अज्ञात भय के साथ ही झिझक और सहज संकोच को तिलांजलि देते हुए इस समस्या से निजात पाने की दिशा में आवश्यक प्रयास करे और इसके लिए उसे सर्वप्रथम अपनी महिला पार्टनर को विश्वास में लेते हुए किसी कुशल यौन-रोग विशेषज्ञ से तत्काल सम्पर्क करना चाहिए क्योंकि यह एक गम्भीर यौन-रोग होता है जिसे वह अपने अनुभवों से निजात दिलाने में अपनी विशिष्ट भूमिका का निर्वाह कर व्यक्ति को उसकी समस्याओं से मुक्त कर पाने में निश्चित रूप से कामयाब हो सकते हैं. इस रोग का उचित समय पर इलाज करवाना अत्यन्त ही आवश्यक हो जाता है क्योंकि इससे व्यक्ति की समस्या में अनुकूल सुधार होने की संभावनाएं काफी प्रबल हो जाती हैं.


एक कुशल यौन-रोग विशेषज्ञ पीड़ित व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक उपचार करने के साथ ही उसकी जीवन-शैली में कुछ आवश्यक सुधार करने का भी सुझाव देता है जिससे उसमें रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है और व्यक्ति का उपचार भी आसान हो जाता है. वह पीड़ित व्यक्ति को अपेक्षित दवाओं के साथ ही उसे यह भी निर्देशित करता है कि वह अत्यधिक शराब का सेवन, धूम्रपान, ड्रग्स व प्रतिबंधित दवाओं के सेवन से अपने-आपको बचाए रखने का भरपूर प्रयास पूरी मानसिक दृढ़ता के साथ करे क्योंकि असंयमित और असन्तुलित जीवन-शैली के साथ ही अनावश्यक तनाव और व्यर्थ की चिन्ता करने की वजहों से भी व्यक्ति इस रोग की चपेट में आ जाता है और इतना ही नहीं बल्कि वह व्यक्ति को अत्यधिक मोटापा, मधुमेह, हृदय से सम्बन्धित समस्याओं के साथ ही उच्च-रक्तचाप और मानसिक अवसाद से भी बचने की सलाह देता है क्योंकि इन वजहों से भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से इसकी गिरफ्त में आ जाता है. आमतौर पर विभिन्न शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक कारणों से भी व्यक्ति शीघ्रपतन की समस्या का शिकार हो जाता है. इसलिए ऐसी स्थिति में उसे कोई कुशल यौन-रोग विशेषज्ञ ही उसे इससे मुक्ति हेतु सकारात्मक मार्गदर्शन प्रदान कर सकता है और पीड़ित व्यक्ति अपनी समस्या से पूरी तरह निजात भी पा सकता है जिससे वह अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स-सम्बन्ध कायम कपाने में सक्षम हो सकता है और भरपूर यौन-सुख का आनन्द भी प्राप्त कर पाने में कामयाब हो सकता है.


शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति को स्वयं के स्तर पर भी कुछ कोशिशें करनी चाहिए.


शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को चाहिए कि वह स्वयं के स्तर पर भी अपनी दिनचर्या को नियंत्रित करने का प्रयास करे. स्वस्थ, संतुलित, स्वीकृत व गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार को अपनी जीवन-शैली में शामिल करे. शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से स्वयं को सक्रिय रखने का प्रयास करे, प्रतिदिन नियमित रूप से अपने जीवन में योग, ध्यान और व्यायाम करे, अपने गम्भीर रोगों पर नियन्त्रण पाने का प्रयास करे और सुखद नींद पाने का भी प्रयास करे.


ऐसी कोशिशें करने पर वह व्यक्ति प्रारम्भिक रूप से इस बीमारी पर नियन्त्रण तो प्राप्त कर सकता है परन्तु इसकी गम्भीरता ही कुछ ऐसी होती है जिसकी वजह से उसे किसी कुशल यौन-रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना भी नितान्त रूप से आवश्यक हो जाता है क्योंकि सिर्फ उन्हीं की सलाह से व्यक्ति इस समस्या से निजात पाकर अपने जीवन में यौन-सुख का भरपूर आनन्द प्राप्त कर पाने में कामयाब हो सकता है.


- उपर्युक्त अनुच्छेदों में हम यह जान चुके हैं कि शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित पुरुष की सम्भोग के दौरान मानसिक स्थिति कैसी होती है बावजूद इसके उसका यह दायित्व बनता है कि वह अपनी महिला पार्टनर को सम्भोग के दौरान भरपूर तरीके से रिलैक्स फील करा सके इसलिए सम्भोग के दौरान शीघ्रपतन की स्थिति में अपनी महिला पार्टनर को रिलैक्स फील कराने के लिए उसे चाहिए कि वह सम्भोग की प्रक्रिया में शामिल होने से पूर्व ही अपनी महिला पार्टनर को मानसिक रूप से सेक्स करने के लिए पूरी तरह उत्तेजित कर दे और इसके लिए वह कुछ ऐसी विशेष कोशिशें करे ताकि उसकी महिला पार्टनर भरपूर उत्तेजना को प्राप्त कर मानसिक रूप से सम्भोग करने के लिए पूरी तरह तैयार हो जाए क्योंकि इतना तो तय ही है कि पुरुष शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित है अतः वह शीघ्र ही स्खलित हो जाएगा और वह किसी भी स्थिति में सम्भोग की प्रक्रिया को देर तक जारी नहीं रख पाएगा.


ऐसी स्थिति में सिर्फ एक ही उपाय शेष बचता है कि वह अपनी कुछ विशेष कोशिशों के जरिए सम्भोग करने की प्रक्रिया में शामिल होने से पूर्व ही अपनी महिला पार्टनर को विभिन्न तरीकों से इस कदर उत्तेजित कर दे ताकि इंटरकोर्स करना उतना महत्वपूर्ण ही न रह जाए बल्कि सिर्फ एक ऐसी प्रक्रिया भर रह जाए जिससे इस बात की अनुभूति हो सके कि सम्भोग अब पूर्ण हो चुका है और उसकी महिला पार्टनर को ऑर्गेज्म तक पहुंचने का भी बेहतरीन अनुभव हो सके.


- यहां पुरुष को विशेष रूप से इस बात का ध्यान रखना आवश्यक हो जाता है कि महिलाओं को रिलैक्स फील करा पाना उतना भी आसान नहीं होता अतः इसके लिए उसे आहिस्ता-आहिस्ता अपनी महिला पार्टनर के कोमल और अति संवेदनशील अंगों को विभिन्न तरीकों से स्पन्दित करने का भरपूर प्रयत्न करना चाहिए ताकि वह इस कदर उत्तेजित हो जाए कि तुरन्त ही सेक्स करने के लिए बेचैन हो उठे तो ऐसी स्थिति में शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति के लिए सम्भोग के दौरान अपनी महिला पार्टनर को रिलैक्स फील करा पाना अत्यन्त ही आसान हो जाएगा और सम्भोग के दौरान शीघ्रपतन की समस्या से भी कोई निराशाजनक स्थिति उत्पन्न नहीं हो पाएगी.


इसके लिए पुरुष द्वारा की जानेवाली कुछ विशेष कोशिशों को हम निम्न बिंदुओं में भली-भांति स्पष्ट करने का प्रयत्न करेंगे और इस बात को भी जानने और समझने का प्रयत्न करेंगे कि कैसे शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति सम्भोग के दौरान अपनी महिला पार्टनर को रिलैक्स फील करा पाने में समर्थ हो सकता है.


सम्भोग करने से पूर्व बेहतरीन तरीके से फोरप्ले करने पर स्त्रियां बहुत जल्द ही उत्तेजित हो जाती हैं.


शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित पुरुष को चाहिए कि वह सम्भोग करने से पूर्व अपनी महिला पार्टनर के साथ फोरप्ले करने पर विशेष रूप से ध्यान देने की कोशिश करे ताकि उसकी महिला पार्टनर बेहतरीन तरीके से उत्तेजित हो सके और सम्भोग करने की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए मानसिक रूप से तुरन्त ही तैयार भी हो जाए.


फोरप्ले करने के क्रम में एक-दूसरे के निजी अंगों को छुएं, चूमें, सहलाएं और यथासम्भव एक-दूसरे के साथ पुरजोर तरीके से आलिंगनबद्ध स्थिति में भी रहने का भरपूर प्रयास करें क्योंकि ऐसा करने से आपकी महिला पार्टनर के मन में आपके प्रति आकर्षण के भाव में वृद्धि होगी और इसके साथ ही उन्हें सम्भोग करने के लिए भरपूर उत्तेजना भी बड़ी आसानी से प्राप्त हो सकेगी तथा वह सम्भोग के दौरान अपने पुरुष पार्टनर के शीघ्र ही स्खलित होने के बावजूद अपने को रिलैक्स भी फील कर पाएगी.


- शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित पुरुष को चाहिए कि वह सम्भोग करने से पूर्व अपनी महिला पार्टनर के साथ फोरप्ले करने पर विशेष रूप से ध्यान देने की कोशिश करे ताकि उसकी महिला पार्टनर बेहतरीन तरीके से उत्तेजित हो सके और सम्भोग करने की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए मानसिक रूप से तुरन्त ही तैयार भी हो जाए.


फोरप्ले करने के क्रम में एक-दूसरे के निजी अंगों को छुएं, चूमें, सहलाएं और यथासम्भव एक-दूसरे के साथ पुरजोर तरीके से आलिंगनबद्ध स्थिति में भी रहने का भरपूर प्रयास करें क्योंकि ऐसा करने से आपकी महिला पार्टनर के मन में आपके प्रति आकर्षण के भाव में वृद्धि होगी और इसके साथ ही उन्हें सम्भोग करने के लिए भरपूर उत्तेजना भी बड़ी आसानी से प्राप्त हो सकेगी तथा वह सम्भोग के दौरान अपने पुरुष पार्टनर के शीघ्र ही स्खलित होने के बावजूद अपने को रिलैक्स भी फील कर पाएगी.


सम्भोग करने से पूर्व अपनी महिला पार्टनर के अति संवेदनशील अंगों को अपना प्यारा स्पर्श प्रदान करें.


शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित पुरुष को चाहिए कि वह सम्भोग करने से पूर्व अपनी महिला पार्टनर के शरीर के अति संवेदनशील अंगों को अपने हाथों का कोमल स्पर्श प्रदान करे ताकि वह मानसिक रूप से सम्भोग करने के लिए पूरी तरह उत्तेजित हो सके.


प्रायः महिलाओं को सम्भोग करने के लिए उत्तेजित कर पाना इतना आसान नहीं होता इसलिए उन्हें उत्तेजित करने के लिए पुरुष अगर उनकी पीठ, गर्दन, नितम्ब, कान, स्तन और योनि के अग्र भाग को बड़ी ही कोमलता के साथ स्पर्श करता है तो वह बड़ी ही सहजता से उत्तेजित हो जाती हैं और सम्भोग करने के लिए बहुत जल्द ही मानसिक रूप से पूर्णतया तैयार भी हो जाती हैं. सम्भोग के दौरान अगर उनका पुरुष पार्टनर शीघ्र ही स्खलित भी हो जाता है तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होती क्योंकि वह मानसिक रूप से तो ऑर्गेज्म की प्राप्ति कर ही चुकी होती हैं और वह काफी रिलैक्स भी फील कर रही होती हैं.















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