तनावमुक्त रहने के लिए सेक्स के दौरान कौन सी चीजें ध्यान में रखें?
- Menwellnessclinic
- Jun 2, 2023
- 10 min read
What are the things to keep in mind during sex to stay relaxed?

मानव जीवन में सेक्स ईश्वर प्रदत्त एक बहुत ही अनुपम और अनमोल उपहार है. किसी भी स्त्री और पुरुष के जीवन में उनके बीच शारीरिक सम्बन्ध कायम होने पर उन्हें जिस अनिर्वचनीय और अलौकिक आनन्द की अनुभूति होती है उसका उनके जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है.
स्त्री और पुरुष के बीच यह एक ऐसा पारस्परिक सम्बन्ध होता है जिसकी बदौलत उनके बीच आजीवन एक अटूट बन्धन सदैव ही कायम रहता है और वह शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से एक दूसरे के साथ बहुत ही बेहतर स्थिति में जुड़े हुए रह पाते हैं तथा इसके साथ ही वह बड़े ही आनन्दमय वातावरण में अपने जीवन को बहुत ही खुशहाल तरीके से जीने में भी कामयाब हो पाते हैं.
सेक्स शब्द को सुनने पर आज भी हमारे समाज के अधिकांश लोग बड़े ही असहज होने लगते हैं बावजूद इसके कि सेक्स हमारे जीवन का एक ऐसा अभिन्न हिस्सा है जिसके बगैर स्त्री और पुरुष दोनों ही के सुखमय जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती क्योंकि इसके बगैर तो जिन्दगी बहुत ही नीरस हो जाती है. शारीरिक और मानसिक तनाव से मुक्त होकर एक अलौकिक सुख की प्राप्ति का यही एक तरीका होता है.
स्त्री और पुरुष के बीच होनेवाले सेक्स सम्बन्ध में सिर्फ शरीर की ही भूमिका नहीं होती बल्कि इसके लिए तो उनके बीच एक बेहतर मानसिक सम्बन्ध का होना भी बहुत आवश्यक होता है क्योंकि उन दोनों के बीच होनेवाले शारीरिक सम्बन्ध की परिधि सिर्फ शरीर से ही शुरू होकर शरीर में ही सिमट कर नहीं रह जाती है. स्त्री और पुरुष के बीच जो शारीरिक सम्बन्ध कायम होता है वह तो शरीर से परे भी होता है और इससे सिर्फ उसका शरीर ही नहीं बल्कि मन और प्राण भी इसकी आगोश में आकर अभिभूत हो उठता है.
किसी भी पुरुष के लिए यह बहुत ही आवश्यक हो जाता है कि वह जब भी अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स करने की प्रक्रिया में शामिल हो और उसे सेक्स करने के पश्चात तनावमुक्ति की अनुभूति हो! तो उसे अपना ध्यान सिर्फ इंटरकोर्स पर ही केंद्रित नहीं कर इसकी शुरुआत फोरप्ले के सहारे करनी चाहिए ताकि सेक्स को भरपूर आनन्ददायक बनाने में वह कामयाब हो सके क्योंकि ऐसा करने से वह स्वयं ही नहीं अपितु उसकी महिला पार्टनर भी सेक्स करने के दौरान बहुत बेहतर आनन्द की अनुभूति करती हैं और सेक्स करने के पश्चात उन्हें भी तनावमुक्ति की बेहतरीन अनुभूति होती है.
किसी भी स्त्री और पुरुष के जीवन में चाहे कितनी भी व्यस्तता क्यों न हो, वह शारीरिक और मानसिक रूप से कितना ही थका हुआ भी क्यों न हों! परन्तु अपने जरूरी दायित्वों का निर्वाह करने के पश्चात उनकी दिनचर्या में जो आराम के क्षण आते हैं उस समय वह अपने प्यार का दामन पाने के लिए बेचैन हो उठता है क्योंकि ऐसी स्थिति में उन्हें सेक्स करने की अत्यधिक ही आतुरता होती है.
स्त्री और पुरुष के जीवन में सदैव ही यह चाहत होती है कि उसका सम्पूर्ण यौन जीवन खुशियों से भरपूर हो परन्तु कतिपय कारणों से ऐसा सम्भव नहीं हो पाता है क्योंकि आजकल की भाग दौड़ भरी जिन्दगी में व्यक्ति शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से इस कदर त्रस्त हो जाता है कि वह चाहकर भी अपने यौन जीवन को खुशहाल रख पाने में पूरी तरह सक्षम नहीं हो पाता है और उसका जीवन अत्यन्त ही नीरस और उबाऊ हो जाता है.
सेक्स के दौरान (During Sex)आसानी और उसके पश्चात तनावमुक्ति का अहसास प्राप्त करने के लिए यह नितान्त रूप से आवश्यक हो जाता है कि व्यक्ति पूरी मानसिक दृढ़ता के साथ अपनी जीवन शाली को संयमित और सन्तुलित करने का भरपूर प्रयास करे और इसके लिए उसे नियमित रूप से योग, ध्यान और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए तथा इसके साथ ही उसे स्वस्थ, सन्तुलित और विटामिनयुक्त पौष्टिक आहार का भी नियमित सेवन करना चाहिए ताकि उसका यौन जीवन खुशहाल रह सके.
स्त्री और पुरुष जब एकान्त में हों तो उन्हें अपनी तमाम चिन्ताओं को अपने से दूर कर एक दूसरे से लिपट कर प्यार भरी बातें करनी चाहिए और एक दूसरे के मनोभावों को समझने का भी प्रयास करना चाहिए तथा आपसी सहमति से फोरप्ले करते हुए सेक्स की प्रक्रिया में शामिल होने की शुरुआत करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने पर मानसिक तनाव को दूर कर पाने में काफी हद तक मदद मिलती है और सेक्स करने की प्रक्रिया भी बहुत ही आसान हो जाती है तथा इसके साथ ही सेक्स करने पर बहुत ही बेहतरीन आनन्द की अनुभूति के साथ ही तनावमुक्ति का भी बेहतर अहसास होता है.
फोरप्ले के सहारे सेक्स करने के दौरान व्यक्ति शारीरिक रूप से अगर किसी प्रकार की कमियों का शिकार भी होता है तो उन क्षणों में वह कमियां उस पर कत्तई हावी नहीं हो पाती हैं और व्यक्ति यौन सुख का आनन्द बड़ी ही सहजता से प्राप्त कर पाने में सक्षम हो जाता है. इसलिए किसी भी स्त्री और पुरुष को सेक्स करने के पश्चात अगर तनावमुक्ति की बेहतर अनुभूति प्राप्त करने हेतु जिन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए उसमें निश्चित रूप से फोरप्ले करने का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है.
सेक्स करने की प्रक्रिया में शामिल होने से पूर्व 15 से 20 मिनट की अवधि में सिर्फ फोरप्ले पर ही अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए क्योंकि यौनांगों को पूरी तरह उत्तेजित करने का यह बहुत ही आसान और बेहतरीन तरीका होता है तथा ऐसा करने से सेक्स करने के दौरान बहुत ही बेहतरीन आनन्द की अनुभूति भी होती है तथा इसके साथ ही सेक्स करने की अवधि को बढ़ाने में भी उसे काफी मदद मिलती है और इस दौरान सेक्स करने का प्रदर्शन भी बहुत ही बेहतर तरीके से सम्भव हो पाता है.
बेहतरीन तरीके से सेक्स करने के साथ ही यौन सुख की प्राप्ति के लिए फोरप्ले करना एक बहुत ही उत्तम, आवश्यक और आसान प्रक्रिया होती है क्योंकि इस प्रक्रिया को सेक्स करने से पूर्व करने पर सेक्स करने के दौरान जिस प्रकार के अलौकिक आनन्द की अनुभूति होती है वह बहुत ही बेहतरीन होती है और सेक्स करने के पश्चात बेहतर तनवमुक्ति की भी अनुभूति होती है.
सेक्स करने के दौरान स्त्रियों की यौन उत्तेजना में वृद्धि के लिए फोरप्ले एक बहुत ही बेहतरीन तरीका होता है. ऐसा करने पर स्त्रियों की योनि में प्राकृतिक ल्यूब्रिकेंट्स का निर्माण होना शुरू हो जाता है जिसकी वजह से उनका शरीर सेक्स करने के लिए पूरी तरह उत्तेजित हो जाता है और फोरप्ले के उपरान्त सेक्स करने के दौरान उन्हें ऑर्गेज्म की प्राप्ति भी बड़ी ही आसानी से प्राप्त हो पाती है तथा इसके साथ ही उन्हें सेक्स करने की प्रक्रिया में भरपूर आनन्द की भी प्राप्ति के साथ ही तनावमुक्ति की भी बेहतर अनुभूति होती है.
सेक्स करने की प्रक्रिया में शामिल होने से पूर्व बेहतरीन तरीके से फोरप्ले करने पर स्त्रियां बहुत जल्द ही सेक्स करने के लिए उत्तेजित हो जाती हैं इसलिए सेक्स करने की प्रक्रिया को आनन्ददायक बनाने के लिए पुरुष को चाहिए कि वह सेक्स करने की प्रक्रिया में शामिल होने से पूर्व अपनी महिला पार्टनर के साथ बहुत ही बेहतरीन तरीके से फोरप्ले अवश्य करे.
फोरप्ले करने के दौरान ज्यादा से ज्यादा समय देकर अपनी महिला पार्टनर को उत्तेजित करने की भरपूर कोशिश करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उसकी महिला पार्टनर सेक्स करने के लिए बहुत ही आसानी से उत्तेजित हो जाती हैं और इसके साथ ही उन्हें इस दौरान ऑर्गेज्म की प्राप्ति के साथ ही सेक्स करने के पश्चात बड़ी ही आसानी से तनावमुक्ति की भी अनुभूति होती है.
फोरप्ले करने के क्रम में एक दूसरे के निजी अंगों को छुएं, चूमें, सहलाएं और एक दूसरे के साथ पुरजोर तरीके से आलिंगनबद्ध स्थिति में भी रहने की कोशिश करें क्योंकि ऐसा करने से आपकी महिला पार्टनर के मन में आपके प्रति आकर्षण के भाव में भरपूर वृद्धि हो जाती है और इसके साथ ही उन्हें सेक्स करने हेतु भरपूर उत्तेजना भी बड़ी ही आसानी से प्राप्त हो जाती है.
फोरप्ले करने का उद्देश्य ही स्त्रियों की यौन उत्तेजना में वृद्धि करना होता है. ऐसा करने पर स्त्रियों की योनि में प्राकृतिक ल्यूब्रिकेंट्स बड़ी ही शीघ्रता के साथ निर्मित होना शुरू हो जाता है जो स्त्रियों के शरीर को सेक्स करने के लिए तैयार करने के साथ ही उनकी यौन उत्तेजना को बढ़ाने में भी भरपूर मदद प्रदान करता है और इसके साथ ही उन्हें सेक्स करने के दौरान बहुत ही बेहतरीन आनन्द की अनुभूति होने के साथ ही सेक्स करने के पश्चात बेहतर तनावमुक्ति की भी अनुभूति होती है.
बगैर फोरप्ले के सेक्स करने पर स्त्रियों का शरीर अच्छी तरह से उत्तेजित नहीं हो पाता है और इसकी वजह से उनकी योनि में प्राकृतिक ल्यूब्रिकेंट्स का निर्माण भी सम्भव नहीं हो पाता है जिसके कारण सेक्स करने के दौरान उन्हें दर्द की भी अनुभूति हो सकती है जिससे सेक्स करने से प्राप्त होनेवाले आनन्द में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है और सेक्स करने का सारा मजा भी किरकिरा हो सकता है.
सेक्स करने की प्रक्रिया में शामिल होने से पूर्व फोरप्ले करने के निम्न फायदे भी होते है. जैसे :-
फोरप्ले करने पर यौन रूप से उत्तेजित होने के साथ ही हृदय गति और रक्तचाप में अनायास ही वृद्धि हो जाती है जिसकी वजह से जननांगों और रक्त वाहिकाओं में रक्त का प्रवाह काफी तेज हो जाता है.
फोरप्ले करने पर जननांगों में रक्त प्रवाह की गति बहुत ही तेज हो जाती है जिसकी वजह से स्त्रियों का शरीर बहुत ही बेहतरीन तरीके से उत्तेजित हो जाता है.
फोरप्ले करने पर स्त्रियों के स्तन के आकार में वृद्धि होनी शुरू हो जाती है और इसके साथ ही स्तन का निप्पल भी काफी टाइट हो जाता है जिससे स्त्रियों के मन में सेक्स करने की आतुरता काफी हद तक बढ़ जाती है.
फोरप्ले करने पर स्त्रियों की योनि में प्राकृतिक तरीके से जिस ल्यूब्रिकेंट्स का निर्माण होता है उससे सेक्स करना बहुत ही सुखद बन जाता है और किसी प्रकार के दर्द की किंचित भी अनुभूति नहीं हो पाती है.
कहने का आशय यह है कि सेक्स करने से पूर्व फोरप्ले करने पर सेक्स करने के आनन्द में भरपूर वृद्धि होती है इसलिए किसी भी स्त्री और पुरुष को इसके महत्व को जानना और समझना बहुत ही आवश्यक हो जाता है और सेक्स करने के पश्चात तनावमुक्ति की भी बेहतर अनुभूति होती है. वैसे तो फोरप्ले करने पर हर किसी को एक समान उत्तेजना की प्राप्ति नहीं होती है बल्कि कुछ स्त्रियों को तो उत्तेजित होने में बहुत ही अधिक समय लग जाता है.
ऐसी स्थिति से बचने के लिए सेक्स करने की प्रक्रिया में शामिल होने से पूर्व फोरप्ले करने की प्रक्रिया में पुरुष को ज्यादा से ज्यादा समय देकर अपनी महिला पार्टनर को पूरी तरह उत्तेजित करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि सेक्स करने के दौरान प्राप्त होनेवाले आनन्द में गुणात्मक वृद्धि सम्भव हो सके और इसके साथ ही सेक्स करने के पश्चात तनावमुक्ति की भी बेहतर अनुभूति प्राप्त हो सके. अतः स्त्रियों को भी फोरप्ले करने के दौरान अपनी स्वाभाविक झिझक को छोड़कर अपने पुरुष पार्टनर का भरपूर साथ देने की कोशिश चाहिए ताकि सेक्स करने के पश्चात शारीरिक और मानसिक तनाव से मुक्ति की बेहतरीन अनुभूति हो सके.
आमतौर पर कोई भी व्यक्ति अगर अपने जीवन में किसी भी प्रकार की शारीरिक, मानसिक और सेक्सुअल स्वास्थ्य से सम्बन्धित परेशानियों का शिकार हो जाता है तो वह शर्मिंदगी की वजह से अपनी समस्याओं को किसी के भी साथ साझा नहीं कर पाने का साहस नहीं जुटा पाता है और किसी भी अविश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त जानकारियों के आधार पर ही अपना इलाज स्वयं करना शुरू कर देता है जिससे उसकी समस्याएं और भी जटिल होती चली जाती हैं.
अतः ऐसी परिस्थितियों में उसे एक सकारात्मक सोंच के साथ किसी योग्य सेक्सोलॉजिस्ट क्लीनिक (Sexologist Clinic)में जाकर उनसे अपनी समुचित चिकित्सा अवश्य करवानी चाहिए क्योंकि एक योग्य सेक्सोलॉजिस्ट अपनी क्लीनिक में उस व्यक्ति की बहुत ही बेहतरीन तरीके से की जानेवाली काउंसिलिंग और थेरेपी के माध्यम से उसकी समस्याओं का पूरी तरह समाधान करता है. ऐसे में व्यक्ति को इस बात का भी विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए कि इंटरनेट या किसी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारियों के आधार पर किसी भी दवा का सेवन कदापि नहीं करें क्योंकि ऐसा करने से उसके स्वास्थ्य पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की सम्भावना कुछ ज्यादा ही प्रबल हो जाती है.
पुरुष के यौन जीवन में कभी कभार ऐसी भी परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं जब सब कुछ सामान्य होते हुए भी वह अपनी महिला पार्टनर के साथ यौन सम्बन्ध कायम कर पाने में सक्षम नहीं हो पाता है या फिर इस प्रक्रिया में उसके यौनांगों में बहुत ही असहनीय पीड़ा होने लगती है तो यह निश्चित हो जाता है कि वह किसी बहुत बड़ी यौन समस्या से जूझ रहा है.
ऐसी स्थिति में उसे अविलम्ब ही किसी योग्य गुप्त रोग विशेषज्ञ से मिलकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराना चाहिए और इससे निजात पाने की दिशा में उनके द्वारा बताए गए उपायों को अपनाकर अपने जीवन में अपनी महिला पार्टनर के साथ एक खुशहाल यौन जीवन का आनन्द प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए.
एक गुप्त रोग विशेषज्ञ पीड़ित व्यक्ति को स्वीकृत दवाओं के साथ ही बड़े ही मनोवैज्ञानिक तरीकों से भी उसकी समस्याओं का उचित उपचार करता है और उस पुरुष को अपने जीवन में एक संयमित और संतुलित जीवन शैली को अपनाने हेतु भी प्रेरित करता है ताकि उसका यौन स्वास्थ्य खुशहाल हो सके तथा इसके साथ ही वह अपने जीवन में अपनी महिला पार्टनर के साथ यौन सुख का भरपूर आनन्द प्राप्त कर पाने में भी सक्षम हो सके.
एक गुप्त रोग विशेषज्ञ पीड़ित पुरुष को दवाओं के साथ ही स्वस्थ, स्वीकृत, सन्तुलित और विटामिन युक्त पौष्टिक आहार का सेवन करने हेतु भी प्रेरित करता है और इतना ही नहीं, वह व्यक्ति को नियमित रूप से योग, ध्यान और व्यायाम करने की भी सलाह देता है जिससे व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति सदैव बनी रहती है.
पौष्टिक आहार को ग्रहण करने के पश्चात शरीर में बेहतरीन हार्मोन निःसृत होने लगता है जिससे पुरुष के अन्तर्मन में अपनी महिला पार्टनर के साथ यौन सम्बन्ध कायम करने की भावना काफी हद तक बलवती हो जाती है और वह पुरुष भरपूर यौन सुख प्राप्त कर अपने जीवन में सदैव ही खुशहाल रह पाता है.
किसी भी व्यक्ति की अनियंत्रित जीवन शैली की वजह से उसके यौन स्वास्थ्य पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है जिसकी वजह से उस व्यक्ति के यौनांग काफी शिथिल हो जाते हैं और वह व्यक्ति अज्ञात भय, झिझक, शर्मिंदगी और सहज संकोच की वजह से किसी के भी साथ अपनी समस्याओं को साझा करने का साहस नहीं जुटा पाता है और अपने मन के अन्दर ही अनावश्यक रूप से घुटता रहता है जिसकी वजह से उसकी समस्या और भी जटिल हो जाती है.
आज के युग में भी अधिकांश पुरुषों को किसी गुप्त रोग विशेषज्ञ चिकित्सक (Gupt Rog Specialist Doctor) के साथ अपनी यौन समस्या पर चर्चा करने में काफी झिझक और शर्मिंदगी महसूस होती है. इसलिए वह स्वयं ही किसी अन्यान्य स्रोतों से प्राप्त जानकारियों के आधार पर अस्वीकृत दवाओं का सहारा लेना शुरू कर देता है जिसके लम्बे समय तक सेवन करने से वह इससे सम्बन्धित अन्य समस्यायों के मकड़जाल में भी बहुत ही बुरी तरह उलझ कर रह जाता है जिससे उसके समग्र यौन स्वास्थ्य पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
कहने का आशय यह है कि पुरुषों को अपने जीवन में जब यौन समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो उसकी जिन्दगी में एक भूचाल उत्पन्न हो जाता है जिसकी वजह से उसका आपसी सम्बन्ध भी बुरी तरह प्रभावित हो जाता है और उनका यौन जीवन कभी भी खुशहाल नहीं रह पाता है.
किसी भी पुरुष को जैसे ही इस बात का अहसास हो जाए कि उसका यौन स्वास्थ्य बेहतर स्थिति में नहीं है और वह किसी प्रकार के गम्भीर यौन रोग की गिरफ्त में आ चुका है तो उसे बगैर विलम्ब किए किसी गुप्त रोग विशेषज्ञ से सम्पर्क कर उनसे अपनी समस्याओं का समुचित उपचार करवाना चाहिए ताकि वह अपनी यौन समस्याओं से पूरी तरह मुक्त होकर अपनी जिन्दगी में अपनी महिला पार्टनर के साथ यौन सुख का भरपूर आनन्द प्राप्त कर पाने में सक्षम हो सके.
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