शराब का सेक्स पर क्या है असर?
- Menwellnessclinic
- May 12, 2023
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Updated: Jun 8, 2023

अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक रूप से व्यक्ति पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है तथा इसके साथ ही शराब का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से व्यक्ति के सेक्सुअल स्वास्थ्य पर भी बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है क्योंकि जो कोई भी व्यक्ति अत्यधिक मात्रा में शराब (Alcohol) का सेवन करता है और जब वह अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स सम्बन्ध स्थापित करता है तब उसे ऑर्गेज्म तक पहुंचने में अत्यधिक ही मुश्किलों का सामना करना पड़ जाता है.
शराब का सेवन करने से पुरुषों के साथ ही महिलाओं के भी सेक्सुअल स्वास्थ्य पर इसका बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है परन्तु जिस प्रकार यौन स्वास्थ्य से सम्बन्धित विषयों पर किसी भी प्रकार की चर्चा खुले मंच पर नहीं होती ठीक उसी प्रकार शराब और सेक्स से सम्बन्धित विषयों पर भी कोई भी चर्चा नहीं की जाती है. ऐसे में कोई भी स्त्री और पुरुष इस बात को कैसे समझ सकते हैं कि शराब का सेवन करने से उनका सेक्सुअल स्वास्थ्य बहुत ही बुरी तरह प्रभावित हो जाता है जिसकी वजह से उन्हें सेक्स सम्बन्ध स्थापित करने के दौरान विभिन्न प्रकार की दुश्वारियों का सामना करना पड़ जाता है.
शराब का सेवन करने से स्त्री और पुरुष के सेक्सुअल स्वास्थ्य पर जो प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है वह निम्न है -
पुरषों के लिंग में अनुकूल तनाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है.
शराब में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जिसकी वजह से इसका सेवन करने पर शरीर में रक्त प्रवाह की गति मंद पड़ जाती है और इसके कारण सेक्स करने की स्थिति में लिंग में अनुकूल तनाव उत्पन्न नहीं हो पाता है जिससे लिंग को योनि में प्रवेश करा पाने में बहुतेरी मुश्किलों का सामना करना पड़ जाता है और यह समस्या आगे चलकर पुरुष को इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसे गम्भीर यौन रोग की चपेट में लाकर खड़ा कर देती है और इसका परिणाम यह होता है कि वह पुरुष अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स कर पाने में सर्वथा असमर्थ हो जाता है.
पुरुषों को सेक्स करने के दौरान वीर्य स्खलित होने में परेशानी हो जाती है
शराब का सेवन करने की वजह से पुरुषों को सेक्स करने के दौरान वीर्य स्खलित होने में परेशानी इसलिए भी उत्पन्न हो जाती है क्योंकि शराब के कारण ऑर्गेज्म तक पहुंचने में बहुत ही अधिक समय लग जाता है और इतनी देर तक किसी भी व्यक्ति को अपने लिंग में उत्तेजना बनाए रखना सम्भव नहीं हो सकता है अतः ऐसी स्थिति में सेक्स करने की प्रक्रिया अधूरी ही रह जाती है और ऐसे में सेक्स करने का मजा पूरी तरह किरकिरा हो जाता है.
सेक्स करने के प्रति पुरुष के मन में कामेच्छा का भाव बढ़ जाता है.
शराब का सेवन करने से पुरुष के मन में कामेच्छा का भाव कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है परन्तु अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से व्यक्ति अपना होश खो बैठता है और इसकी वजह से उसे सेक्स करने के दौरान अपना बेहतर परफॉर्मेंस करने में परेशानियों का सामना करने की विवशता उत्पन्न हो जाती है तथा वह सेक्स कर पाने में असमर्थ हो जाता है. हालांकि, कम मात्रा में शराब पीकर सेक्स करने के दौरान कोई खास परेशानी उत्पन्न नहीं होती है और वह बेहतर परफॉर्म भी कर पाने में सक्षम हो सकता है
सेक्स करने के दौरान यौनांगों को क्षति पहुंचने का रिस्क बढ़ जाता है.
शराब पीकर सेक्स करने के दौरान यौनांगों के क्षतिग्रस्त होने की भी सम्भावना इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि शराब का सेवन करने की वजह से व्यक्ति के सोंचने और समझने की क्षमता बहुत ही बुरी तरह प्रभावित हो जाती है और ऐसे में पुरुष उन्मत्त हो जाता है जिसकी वजह से उसे सही और गलत बात का होश ही नहीं रहता है तथा उन्मत मानसिकता होने के कारण उसके यौनागों के क्षतिग्रस्त होने की संभावनाएं काफी हद तक बढ़ जाती हैं.
शराब का सेवन करने से महिलाओं को ऑर्गेज्म में परेशानी हो सकती है
शराब के सेवन करने का असर न सिर्फ मानसिक बल्कि शारीरिक भी होता है और जिन महिलाओं को ज्यादा शराब पीने की लत होती है उन्हे सेक्स करने के दौरान ऑर्गेज्म तक पहुंचने में बहुतेरी दुश्वारियों का सामना करना पड़ जाता है जिसकी वजह से उनमें सेक्स करने के प्रति उत्तेजना का अभाव भी उत्पन्न हो जाता है और इसके साथ ही उन्हें सेक्स करने के दौरान संतुष्टि भी प्राप्त नहीं हो पाती है.
जननागों पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है.
जिन महिलाओं को शराब का सेवन करने की लत लग जाती है तो उसकी वजह से उनके शरीर में रक्त का प्रवाह मंद पड़ जाता है और इसके कारण उन्हें सेक्स करने के दौरान अपनी वजाइना पर दवाब पड़ने से अत्यधिक दर्द की अनुभूति होती है जिसके कारण उनके लिए सेक्स करना आनन्ददायक नहीं रह जाता है तथा इसके साथ ही उनके जननांगों पर भी इसका बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है और ऐसी स्थिति में उनके जननांग क्षतिग्रस्त भी हो सकते हैं.
सेक्स करने के दौरान जननागों को क्षति पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है.
शराब का सेवन करने की वजह से पुरुषों की ही तरह महिलाओं के भी सोंचने और समझने की क्षमता पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और सेक्स करने के दौरान शराब के नशे की वजह से उन्हें सही और गलत बात का होश ही नहीं रहता है तथा नशे में होने के कारण वह कुछ ऐसा कर गुजर सकती हैं जिसके कारण उनके कोमल अंगों से क्षतिग्रस्त होने की संभावनाएं काफी हद तक बढ़ जाती हैं और आगे चलकर उन्हें कंसीव करने की स्थिति में काफी दुश्वारियों का सामना करने की विवशता उत्पन्न हो सकती है.
नपुंसकता
अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से किसी भी व्यक्ति के शरीर और मन पर इसका बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और चूंकि शराब का सेवन करने की वजह से व्यक्ति के शरीर में रक्त प्रवाह मंद पड़ जाता है तथा इसके साथ ही उसके लिंग में भी अनुकूल तनाव का अभाव उत्पन्न हो जाता है और ऐसे में उसे अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स करने में बहुतेरी परेशानियों का सामना करने की विवशता उत्पन्न हो जाती है.
ऐसे में शराब का सेवन करने की वजह से अगर व्यक्ति नपुंसकता की समस्या से ग्रसित हो जाता है तो यह कोई अस्वाभाविक बात नहीं समझी जा सकती है क्योंकि शरीर में जब रक्त संचार बाधित हो जाता है तो व्यक्ति विभिन्न प्रकार की यौन समस्याओं से बहुत ही स्वाभाविक रूप से ग्रसित हो जाता है और नपुंसक होना भी तो एक प्रकार की गम्भीर यौन समस्या ही होती है.
ऐसी स्थिति किसी प्रकार की गम्भीर बीमारी की वजह से भी उत्पन्न हो सकती है परन्तु अगर वह बीमारी शराब का सेवन करने की वजह से उत्पन्न किसी प्रकार के यौन रोग से सम्बन्धित हो तो ऐसी स्थिति व्यक्ति के जीवन में एक अभिशाप ही बन जाती है क्योंकि शराब का सेवन करने की वजह से उत्पन्न यौन रोगों की गम्भीरता की वजह से व्यक्ति का नपुंसक हो जाना कोई असामान्य बात तो नहीं ही समझी जा सकती है.
नपुंसकता की समस्या उत्पन्न हो जाने पर उस व्यक्ति के लिए अपनी महिला पार्टनर को गर्भ धारण करवा पाना प्रायः असम्भव ही हो जाता है क्योंकि उसके लिए अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स कर पाना एक बहुत ही दुष्कर कार्य के समान हो जाता है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि नपुंसकता (Erectile Dysfunction) की स्थिति में उसके लिंग में उत्तेजना की स्थिति ही उत्पन्न नहीं हो सकती है क्योंकि उसकी आन्तरिक शक्तियां बहुत ही क्षीण हो चुकी होती हैं और यही वह मूल वजह होती है जिसके कारण उसके लिंग में अनुकूल तनाव उत्पन्न ही नहीं हो पाता है.
लैंगिक उत्तेजना प्राप्त कर पाने के लिए शरीर की धमनियों में पर्याप्त मात्रा में रक्त प्रवाहित होना बहुत ही आवश्यक होता है और चूंकि शराब का सेवन करने की वजह से रक्त प्रवाह मंद पड़ जाता है तो कोई भी व्यक्ति ऐसे में अपने लिंग में तनाव कैसे महसूस कर सकता है और फिर कैसे वह अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स कर पाने में सक्षम हो सकता है.
हालांकि नपुंसकता की गिरफ्त में आने के लिए शराब का सेवन करने के साथ ही उसकी अनुचित जीवन शैली ही प्रमुख रूप से जिम्मेवार होती है क्योंकि व्यक्ति की असंयमित और असन्तुलित जीवन शैली की वजह से किसी भी व्यक्ति का यौन स्वास्थ्य बहुत ही बुरी तरह प्रभावित हो जाता है और वह व्यक्ति अनावश्यक रूप से बहुत ही बुरी तरह नपुंसकता की चपेट में आ जाता है.
शराब का सेवन करने की वजह के साथ ही व्यक्ति अपनी भाग दौड़ भरी जिन्दगी में अपने कार्यों के बोझ के कारण भी शारीरिक और मानसिक रूप से इतना बोझिल हो जाता है कि उसके यौन स्वास्थ्य पर इसका बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है तथा इसके साथ ही असन्तुलित आहार को ग्रहण करने की वजह से भी उसके शरीर की धमनियों में रक्त प्रवाह की कमी उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण वह विभिन्न प्रकार की शारीरिक व्याधियों से भी बुरी तरह ग्रसित हो जाता है और इन वजहों से भी वह अनावश्यक रूप में नपुंसकता का शिकार हो जाता है.
ऐसी स्थिति में उसे पूरी मानसिक दृढ़ता के साथ अपनी जीवन-शैली में अनुकूल परिवर्तन करने की कोशिश करनी चाहिए और इसके साथ ही शराब का सेवन करने से भी बचने का प्रयास करना चाहिए ताकि वह अपनी समस्याओं को नियंत्रित कर पाने में सक्षम हो सके. वैसे नपुंसकता की इस समस्या से निजात दिलाने में कोई योग्य ऑनलाइन सेक्सोलॉजिस्ट ही उसकी मदद कर पाने में सक्षम हो सकता है. इसलिए उसे बगैर विलंब किए ही किसी योग्य ऑनलाइन सेक्सोलॉजिस्ट से सम्पर्क कर अपना इलाज करवाना चाहिए ताकि वह इस गम्भीर समस्या से मुक्ति पाने में पूरी तरह कामयाब हो सके.
पुरुषों में शीघ्रपतन
शराब का सेवन करने की वजह से चूंकि व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और ऐसी स्थिति में वह विभिन्न प्रकार की यौन समस्याओं से भी ग्रसित हो जाता है. इन्हीं यौन समस्याओं में पुरुषों में शीघ्रपतन ( PE In Men) भी होती है. स्त्री-पुरुष के बीच पारस्परिक रूप से होनेवाली सेक्स की प्रक्रिया के दौरान जब अपेक्षित समय से पूर्व ही पुरुष का वीर्य स्खलित हो जाता है और पुरुष चाहकर भी उसे रोक पाने में सर्वथा असमर्थ हो जाता है तो ऐसी स्थिति को ही शीघ्रपतन कहते हैं.
पुरुषों में शीघ्रपतन की एक अत्यन्त ही गम्भीर यौन समस्या होती है जिसकी वजह से व्यक्ति को अपनी ही महिला पार्टनर के सामने बहुत ही बुरी तरह शर्मिंदगी का सामना करना पड़ जाता है और इतना ही नहीं, उसे अपने आप में भी कम-आत्मसम्मान के साथ ही हीन भावनाओं का शिकार हो जाना पड़ता है जिसकी वजह से उसका यौन जीवन अत्यन्त ही दुख:दाई हो जाता है.
पुरुषों में शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति जब अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स सम्बन्ध स्थापित करता है तो वह शीघ्र ही स्खलित हो जाता है जिसका परिणाम यह होता है कि एक ओर तो वह स्वयं में शर्मिंदगी और अपराध बोध का शिकार होकर घुटन भरी जिन्दगी जीने पर मजबूर हो जाता है तो वहीं दूसरी ओर उसकी महिला पार्टनर की स्थिति यह होती है कि यौन सुख के अभाव में उसकी भी जिन्दगी अत्यन्त ही नारकीय हो जाती है और इसकी वजह से उसके आपसी रिश्ते भी तल्ख हो जाते हैं और उसकी जिन्दगी भी काफी दुश्वार हो जाती है.
आज सम्पूर्ण विश्व की एक विशाल आबादी शीघ्रपतन जैसे गम्भीर यौन रोग की समस्या से अत्यन्त ही पीड़ित है परन्तु झिझक और शर्मिंदगी की वजह से कोई भी व्यक्ति अपनी इस समस्या को किसी के साथ भी साझा करना नहीं चाहता. यहां तक कि वह अपनी महिला पार्टनर के साथ भी इस समस्या को साझा करने में बहुत ही आत्मग्लानि का अनुभव करता है जो किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है.
ऐसी स्थिति में उसकी यह समस्या और भी जटिल होती चली जाती है जिसका परिणाम यह होता है कि उसके आपसी रिश्तों पर भी इसका बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसलिए व्यक्ति को चाहिए कि वह अपनी इस समस्या से निजात पाने की दिशा में कोई सार्थक प्रयास करे ताकि वह अपने यौन जीवन का भरपूर आनन्द प्राप्त कर पाने में कामयाब हो सके.
पुरुषों में शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति को स्वयं के स्तर पर भी अपनी दिनचर्या को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए और इसके साथ ही उसे स्वस्थ, संतुलित और गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार को ही ग्रहण करने की कोशिश करनी चाहिए. उसे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से स्वयं को सक्रिय रखने का प्रयास भी करना चाहिए. उसे प्रतिदिन नियमित रूप से योग, ध्यान और व्यायाम करना चाहिए और इसके साथ ही उसे अपने गम्भीर रोगों को नियन्त्रित करने का भी प्रयास करना चाहिए.
इस तरह की कोशिशें करने पर वह प्रारम्भिक स्तर पर तो इस समस्या को अवश्य ही नियन्त्रित कर सकता है परन्तु इस रोग की गम्भीरता की वजह से उसे किसी योग्य ऑनलाइन सेक्सोलॉजिस्ट से भी परामर्श प्राप्त करना चाहिए क्योंकि सिर्फ उन्हीं के उचित परामर्श से व्यक्ति अपनी इस समस्या से मुक्त हो सकता है और अपने जीवन में यौन सुख का भरपूर आनन्द प्राप्त कर पाने में सक्षम हो सकता है.
ऑनलाइन सेक्सोलॉजिस्ट
आजकल ऑनलाइन सेक्सोलॉजिस्ट से किसी भी प्रकार की यौन समस्याओं का ऑनलाइन समाधान प्राप्त कर पाना एक बहुत ही बेहतरीन और आसान तरीका हो गया है क्योंकि अपनी जिन यौन समस्याओं को ऑनलाइन सेक्सोलॉजिस्ट के सामने साझा करने में जो स्वाभाविक झिझक और शर्मिंदगी का सामना करने की विवशता उत्पन्न होती थी अब ऑनलाइन समाधान होने की स्थिति में वैसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हो पाती है और इसके साथ ही अपनी समस्याओं को पूरी तरह स्पष्ट रूप से साझा करने की पूरी स्वतन्त्रता भी प्राप्त होती है जिसकी वजह से ऑनलाइन सेक्सोलॉजिस्ट (Online Sexologist) को समस्या का समाधान करने में बड़ी आसानी होती है.
अगर आप भी अपने जीवन में किसी भी प्रकार की सेक्सुअल समस्याओं के साथ ही किसी भी प्रकार के गम्भीर यौन रोग से सम्बन्धित समस्याओं से पीड़ित हैं तो आप अविलंब ही दिल्ली, चंडीगढ़ और मोहाली स्थित डॉ. अरोड़ा क्लीनिक में सम्पर्क करें क्योंकि यहां एक से बढ़कर एक ऑनलाइन सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टरों की एक बहुत ही बेहतरीन टीम पीड़ितों की सेवा में सदैव ही तत्पर रहती है जो ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों ही मध्यमों से पीड़ितों की बहुत ही बेहतर तरीके से पूर्ण चिकित्सा करती है जहां पीड़ित व्यक्ति अपनी समस्याओं से पूरी तरह मुक्त हो पाने में कामयाब हो पाता है और इसके साथ ही वह अपने यौन जीवन का भरपूर आनन्द प्राप्त कर पाने में भी पूरी तरह सक्षम हो जाता है.
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